By:Vikash Rahii
Hitler's Biography: एडोल्फ हिटलर की लाइफ हिस्ट्री:
सुनसान कब्रिस्तान में एक ताजी कब्र के पास बैठकर 18 साल का एक लड़का
फूट-फूटकर रो रहा था और कह रहा था ''मां मुझे छोड़कर क्यों चली गई...
तुम्हें तो पता है मैं तुमसे कितना प्यार करता हूं... अब मैं कैसे जिऊंगा
तुम्हारे बिना। तुमने बहुत दुख झेले मां और मैं भी तुम्हें कोई सुख
नहीं दे पाया...।'' मां की मौत पर कलेजा फाड़कर रोने वाला यह लड़का आगे
चलकर 20वीं सदी के सर्वाधिक चर्चित (संभवतः सर्वाधिक घृणित) व्यक्तियों
में से एक बना। जी हां हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे तानाशाह शासक
एडोल्फ हिटलर की।
इवा ब्राउन का बिना कपड़ा उतारे और उन्हें बिना टच किए सेक्स करता
था हिटलर
आज हिटलर का जन्मदिन है। आज ही के दिन (20 अप्रैल 1889) को हिटलर का जन्म
ऑस्ट्रिया में हुआ था। उसकी प्रारंभिक शिक्षा लिंज में हुई। पिता की मौत
के बाद 17 साल की उम्र में हिटलर वियना चला गया।किताब का दावा:
इवा ब्राउन का बिना कपड़ा उतारे और उन्हें बिना टच किए सेक्स करता
था हिटलर
आज हिटलर का जन्मदिन है। आज ही के दिन (20 अप्रैल 1889) को हिटलर का जन्म
ऑस्ट्रिया में हुआ था। उसकी प्रारंभिक शिक्षा लिंज में हुई। पिता की मौत
के बाद 17 साल की उम्र में हिटलर वियना चला गया।किताब का दावा:
तानाशाह हिटलर का था छोटा लिंग, नहीं बना पाता था महिलाओं से संबंध
वहां वो पोस्टकार्ठ पर चित्र बनाकर अपना निर्वाह करने लगा था। यही वो समय
था जब हिटलर साम्यवादियों और यहूदियों से नफरत करने लगा। हिटलर को द्वितीय
विश्वयुद्ध के लिये सर्वाधिक जिम्मेदार माना जाता
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हिटलर ने 6 साल में बिछवा दी थी 60 लाख लाशें
1933 में जर्मनी की सत्ता पर जब एडोल्फ हिटलर काबिज हुआ था तो उसने वहां एक
नस्लवादी साम्राज्य की स्थापना की थी। उसके साम्राज्य में यहूदियों को
सब-ह्यूमन करार दिया गया और उन्हें इंसानी नस्ल का हिस्सा नहीं माना गया।
यहूदियों के प्रति हिटलर की इस नफरत का नतीजा नरसंहार के रूप में सामने
आया, यानी समूचे यहूदियों को जड़ से खत्म करने की सोची-समझी और योजनाबद्ध
कोशिश। होलोकास्ट इतिहास का वो नरसंहार था, जिसमें छह साल में तकरीबन 60
लाख यहूदियों की हत्या कर दी गई थी। इनमें 15 लाख तो सिर्फ बच्चे थे।
कई देशों के साथ हुई संधि
नवयुवकों में राष्ट्रपति के आदेशों का पूर्ण रूप से पालन करने की भावना भर
दी गई और जर्मन जाति का भाग्य सुधारने के लिए सारी शक्ति हिटलर ने अपने हाथ
में ले ली। हिटलर ने 1933 में राष्ट्रसंघ को छोड़ दिया और भावी युद्ध को
ध्यान में
रखकर जर्मनी की सैन्य शक्ति बढ़ाना प्रारंभ कर दिया। प्राय: सारी
जर्मन जाति को सैनिक प्रशिक्षण दिया गया। 1934 में जर्मनी और पोलैंड के
बीच एक-दूसरे पर आक्रमण न करने की संधि हुई। उसी वर्ष आस्ट्रिया के नाजी दल
ने वहां के चांसलर डॉलफस का वध कर दिया।
जर्मनीं की इस आक्रामक नीति से
डरकर रूस, फ्रांस, चेकोस्लोवाकिया, इटली आदि देशों ने अपनी सुरक्षा के लिए
पारस्परिक संधियाँ कीं।
मौत के साए में रहता था हिटलर
हिटलर हमेशा मौत के डर के साये में रहता था। उस हर पल यह डर सताता था कि
कहीं उसके खाने में उसे जहर ना दे दिया जाए। इसके कारण हिटलर ने फूड
टेस्टरों को नियुक्त किया था। ये फूड टेस्टर अपनी मर्जी के बिना हिटलर का
खाना चखने के लिये मजबूर थे और उन्हें अपने हर निवाले में मौत नजर आती थी।
क्योंकि इंग्लैंड हिटलर को जहर देना चाहता था और हिटलर को अपने जासूसों से
इस बात का पता चल गया था कि उसे जहर देकर मारने का प्रयास किया जा सकता है।
मौत से चंद घंटों पहले प्रेमिका ईवा ब्राउन से की थी शादी
हिटलर का जिस समय अंत हुआ, उससे कुछ ही घंटे पहले उसने अपनी प्रेमिका ईवा
ब्राउन से शादी रचाई थी। हिटलर और ब्राउन की 30 अप्रैल 1945 को बर्लिन में
मौत हो गई थी। माना जाता है कि अपनी संभावित हार से हताश होकर उसने खुद को
गोली मार ली थी जबकि ब्राउन ने जहर खा लिया था। 'हिटलर्स लास्ट डे : मिनट
बाई मिनट' किताब की अगर जिक्र करें तो 29 अप्रैल 1945 रात 12:10 बजे बंकर
के क्रांफ्रेंस रूम में हिटलर ने अपनी एक महिला सचिव को 'राजनीतिक
वसीयतनामा' लिखवाया।
हिटलर ने जब ब्राउन से अपनी शादी की बात कही तो सचिव सन्न रह गई। हिटलर
कहता रहा था कि वह कभी शादी नहीं करेगा। उसने लिखवाया, मैं और मेरी पत्नी
ने समर्पण और मारे जाने की शर्म की बजाय मौत चुनी है। यह हमारी इच्छा है कि
हमारे शवों को तुरंत जला दिया जाएगा।
इसके कुछ देर बाद हिटलर ने अपने साथियों को लंबा भाषण पिलाया और धोखे,
नाकामी और भ्रष्टाचार को लेकर फटकार लगाई। देर रात शादी की रस्में पूरी
हुईं। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने चाय पार्टी दी। लेकिन हिटलर का दिमाग
युद्ध की लगातार बिगड़ती स्थिति में उलझा था। पांच बजे भोर में वह और
ब्राउन अपने अपने कमरे में चले गए। बाहर रूस की भयानक बमबारी जारी थी। रूसी
सेना हिटलर के बंकर से कुछ सौ कदमों की दूरी तक पहुंच चुकी थी।
Hitler's biography
Reviewed by biharishayar
on
August 28, 2017
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